Top 101+ Shayari on Rang in Hindi for Young People

शायरी उर्दू भाषा की शायरी का एक रूप है जो अक्सर भावनाओं और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। Shayari on Rang, या रंगों के बारे में कविता, उर्दू कविता में एक लोकप्रिय विषय है।

Shayari on Rang में अलग-अलग भावनाओं और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए, रंग लाल अक्सर जुनून, प्यार और इच्छा से जुड़ा होता है, जबकि नीला रंग उदासी, उदासी और आत्मनिरीक्षण से जुड़ा होता है।

Hindi Shayari on Rang

मैनें न रोनें की क़सम खाई थी उनके नाम से…
उनके जानें के बाद रोया मैं खूब क़सम तोड़कर…!!

याद तो बहुत कुछ है हमें पर सब कुछ कहना ज़रूरी तो नहीं…
ख़ाब टूटे हैं कुछ… बस इतना ही ना… ज़िन्दा हैं मरे तो नहीं…!!

कहाँ मिलते हैं ज़मानें में सच्चे लोग साहब…
पैदा होते ही समझ जानी होती है हक़ीक़त पूरी…!!

उनके बादल भी कहीं तो बरसते होंगे…
देखनें से तो नहीं लगता है समंदर सूखा…!!

हज़ारों काम मोहब्बत में हैं मज़े के ‘दाग़’…
जो लोग कुछ नहीं करते कमाल करते हैं…!!

मैं तन्हा होकर भी महफ़िल में जिया करता हूँ…
दिखता अकेला हूँ पर साथ सपनें लिए चला करता हूँ…!!

सहारा चाहते हैं वो आज मेरे ही काँधों का…
जिनकी बदौलत मैनें जिंदगी में नर्क देखा था…!!

जीना ज़रूरी तो होगा ही शायद…
वरना हर शख़्स मौत से इतना क्यों डरता…!!

जो उम्र भर देखा जा सके वो ख़ाब चाहिए…
आधी रात के बाद तो आँखें भी बंद होंने लगती हैं…!!

तुम्हें तो मालूम होगा सियासत का क़ानून…
जो ज़रूरी है उसे मालिक बनाना पड़ता है…!!

शायद बेवकूफ़ समझते होंगे लोग शायरी सुननें वालों को…
पर जिसनें इस शराब को न पिया… नशा क्या है उसे पता ही नहीं…!!

Shayari on Gulabi Rang

एक ओर आहट है आसान मौत की…
एक तरफ डर है कि गुमनाम मौत की गुंजाइश न हो…!!

ज़मानें में अब किसी को अपना कहें भी तो क्यों…
लोगों को शिकायत रही है मेरी है एक बात से…!!

आजादी को… क़ीमत लगाई जा रही थी आज…
ग़ुलाम नें कह दिया कि पसंद है ग़ुलामी उसको…!!

पंसद तोहफ़े नहीं आप थे साहब…
तोहफ़े के बहानें वक़्त वरना मांगते ही क्यों…!!

जब कहनीं में क़िरदार बदलनें लग जाएं…
आसान सी बात है कि मज़ा आनें वाला है…!!

एक तो उनके सपने भी इतने सारे है
ऊपर से ये महंगाई एक तरफ़…
एक तरफ़ उनके महंगे महंगे सपने
मेरे सारे सपनों में सबसे मंहगे वो एक तरफ़….!!

वो हर्फ़ बने ही नहीं
जो बयां कर सकें मेरे जज़्बातों को
और वो कुसूरवार ठहरा रहे हैं
अधूरी मुलाकातों को
बिन कही बातों को
बे चैन रातों को
हसीन ख्यालातों को….!!

वो सोचते हैं हर शख्स बदल जाता है
उन्हें लगता है ज़माना उनके जैसा है…!!

Two Line Alfaaz Shayari

कभी लिखते हैं, कभी मिटाते हैं
ना जाने किन जज़्बातों को छिपाते हैं
आंखों में भी मुलाकात नहीं मुमकिन
वो नजरें उठाते हैं
तो हम झुकाते हैं…!!

तुम ठहर के देखो हमारी जगह एक दिन…
दुआ में मौत तक माँग नहीं पाओगे…!!

बड़ी उदास बैठी हो…
हमसे ग़लती ही गई होगी ज़रूर कोई…!!

मोहब्बत रही चार दिन ज़िंदगी में…
रहा चार दिन का असर ज़िंदगी भर…!!

एक झलक दिखी उसकी रात ख्वाब में
तब से होश में ना हमारे ठिकाने थे
चेहरा धुंधला सा था और सुनहरे झुमके थे
बादल ने कानों में चांद के टुकड़े पहने थे

Shayari on Hara Rang

इक शाम की दहलीज पर बैठे रहे वो देर तक
आंखों से की बातें बहुत मुंह से कुछ भी ना कहा…!!

आसान नहीं है कुछ लिख पाना…
कलेजा जला के कोई शायर बनता है…!!

एक जनाज़े की बड़ी धूमधाम थी बाज़ार में…
पता चला कि उसे मौत आशिक़ों वाली चाहिए थी…!!

तेरी यादें कांच का टुकड़ा
मेरा इश्क़ नंगें पांव…!!

सोचा था हर एक लब्ज़ को…
अच्छे से कहेंगे..
वो सामनें आए…
औऱ सब भूल गया मैं…!!

एक बस तेरा ही प्यार सच्चा है मां
इन लोगों की तो शर्तें ही बहुत है…!!

मेरे पास नुस्खे हैं पर सब बेकार निकले…
मरहम लगाते ज़रूर गर ज़ख्म दिखाई पड़ते…!!

ज़हन की बातें कुछ ज़हन में ही रहें तो बेहतर होगा…
दुनियाँ साथ सिर्फ़ अर्थी उठानें में देती है ग़म बाटनें में नहीं…!!

ढूंढने से कहां मिलते हैं
रूह से चाहने वाले…
खुदा खुद लाता है वो शख्स
जो दिल को सुकून दे…!!

Feeling Shayari

वो शख्स मुझमें
मेरे अपने वजूद से कहीं ज्यादा है…!

सबको लगता है ख़ुश हूं मैं
सब के सब धोखे में हैं…!!

किसी किनारे पर बैठा मैं
उसकी राह तक रहा….
किसी ख़ाब की तरह वो
मुझसे दूर दूर है….!!

किताबों की एहमियत
अपनी जगह है जनाब…
सबको वही याद रहता है
जो वक्त और लोग सिखाते है…!!

Shayari on Kala Rang

प्रेम की प्रीति
या कायल बोलूं तुमको?
प्रेम विरह में घायल बोलूं तुमको?
थिरक रही हो
आजकल तुम मुझमें बहोत
ज़ेवर, पाजेब, नूपुर
या पायल बोलूं तुमको…??

एक समंदर है,
जो मेरे काबू में है
और एक कतरा है
जो मुझसे संभाला नहीं जाता
एक उम्र है
जो मुझे बितानी है तेरे बगैर
और एक लम्हा है
जो तेरे बगैर गुजारा नहीं जाता…!!

तु मेरा आसियान था
के तेरे बाद किसी शहर में
बस ना सके हम…
अब फर्क नहीं पड़ता
धूप बारिश से हमें
के तेरे बाद बंजारे है हम…!!

किसी को बुरा क्यों कहें हम
जब खुद की ही किस्मत ख़राब है..!!

भरोसा
दुआ
वफ़ा
ख्वाब
मान
मोहब्बत
इश्क
दीवानगी
कितने नामों में सिमटे हो
सिर्फ एक तुम…!!

कभी ग़ुलाब तो नहीं दिया मैंने
मां फिर भी बहुत मोहब्बत करती है मुझसे…!!

नम हो जाती है
वो दीवारें भी बहुत
गूंजती है सिसकियां
खामोशी से जिनके पीछे…!!

वो सारे चैप्टर्स हंसते रहे
रोते हुए उस लड़के पर
पुछ रहे थे उसे
होता है ना दर्द
जब लोग हमें ‘Option’ में रखते हैं…!!

2 Line Dard Shayari

रंजीशें दिल में बहुत
शिकन माथे पे नहीं
लोग चेहरों से अब
परखे नहीं जाते…!!

ख्याल कहीं हुए रवाना
अब लफ्ज़ कहां पनपते हैं
दिल का बदला हुआ है ठिकाना
जज़्बात अन्दर कहीं भटकते हैं…!!

मैंने कभी खुद को
इस ख़ुशफहमीं में नही रखा
की मेरी कमीं
किसी को उदास कर सकती हैं
क्योंकि….
लोगों को आखिर
लोग मिल ही जाते हैं
बत्तर से बेहतर और
बेहतर से बेहतरीन…!!

ये रात आखिरी हुई
तो क्या करोगे
कुछ बचा ही ना अगर
तो क्या करोगे
हम ही ना रहे तो….
इस नाराजगी का क्या करोगे…??

Shayari on Lal Rang

वो एक छोटा सा पल
ना जाने क्या क्या कह गया
कुछ अधुरा सा बचा है पास मेरे
कुछ पास तेरे रह गया…!!

I Miss you….
ये क्या होता है…??
सीधा कहो…
कहां हो तुम चले आओ
मोहब्बत का तकाजा है
ग़म-ए-दुनिया से घबराकर
तुम्हें दिल ने पुकारा है…!!

बहुत सोचा बहुत समझा…
बहुत समझाया ख़ुद को…
मग़र आख़िर में हुआ वही…
जिससे था बचाया ख़ुद को…
ना काम आया कोई नुस्खा…
न काम आई दर-दुआ कोई…
ये दुनियाँ मंच थी मैं उसमें क़िरदार एक…
ग़लत था मानता सबसे ज़रूरी मैं ख़ुद को…!!

बड़ा मतलबी हूं मैं
तुझे हर रोज़ मांगता हूं
अपने लिए…!!

तेरे दिल में मुझे
ऐसी उम्र कैद मिले…
थक जाएं सारे वकील
मुझे ज़मानत ना मिले…!!

कैसे दे दे दिल,
गुलाब  तुमे,
जिस दिन लाल सिंदूर मिटे थे..!!

मुझसे मेरे होकर मिलना
जब भी मिलना….
सबसे गले मिलने वाले
हमें रास नहीं आते…!!

तुम जिन्हें बुरा कहो उन्हें बुरा कहेंगे हम…
अब इतनीं मासूमियत और कहाँ मिलेगी यार…!!

टूटे हुए टुकड़ों को देखकर हँसती है दुनियाँ…
सच से वाकिफ़ न होनें पर ऐसा ही करती है दुनियाँ…!!

Stylish Shayari

उनको जरूरत है कहां अर्क-ए-ग़ुलाब की
होंठों को छू के गिर पड़ी बूंदें जो आब की
आंखों की सुर्खियां हैं की सूरज की लालिमा
कैसे करें और क्या करें तारीफ आप की…!!

जो नब्ज़ देखकर बता देता है मर्ज सबके…
मेरे हाँथ पकड़ते ही मुस्कुरानें लगा वो…!!

उसकी याद आई है
सांसों जरा आहिस्ता चलो…
धड़कनों से भी इबादत में
खलल पड़ता है…!!

नज़रें झुकी थी
और उनके चेहरे पर नूर था
हाए……
उस सादगी में
क्या गज़ब का गुरुर था…!!

कुछ राज़ अब राज़ रह न सके…
हमनें सबको दिखाया ज़ख्म अपना…!!

Shayari on Rang in Hindi

ख़ुश रहें मोहब्बत हमारी
हमारी मोहब्बत की किस्मत में
चांद चांद लग जाए
कभी आंसू ना आएं उनको
चाहे हमारी सांसें रूक जाएं…!!

मुझे नींद से ना जगाया करो…
बस ख्वाब ही तो एक जरिया है
उनसे हर रोज मिलने का…!!

जिंदगी के हर सुख
और सारी ख्वाहिशें एक तरफ़…..
तेरे साथ केदारनाथ जाने की तमन्ना
एक तरफ़…!!

दिल कहता है कि
अरे उसकी भी हां है…
दिमाग कहता है
पर उसने ऐसा कहा कहाँ है…
दिल कहता है
उसकी आंखों में देख…
दिमाग कहता है
पर फ़िर तू होश में रहता कहां है…!!

कुछ एहसास है पन्नों पर
कुछ ख्वाहिशें है लिफाफे में बंद…!!

बहुत अंदर तक तबाही मचाते हैं
वो अश्क जो आंखों से नहीं गिरते…!!

तबाह रास्तों पर मैं निकला ही क्यों साहेब…
मुझे भरोसा था कि मेरा ख़ुदा साथ है…!!

दौर कोई भी हो…
वक़्त कैसा भी हो…
कहे कोई कुछ भी…
जितना किया..
जैसा किया…
जिससे किया…
इश्क़ लाजवाब किया…!!

Door Se Dekha Shayari

वो पूछते हैं जब इश्क़ वाला मज़ाक हो तो हसंते क्यों नहीं…
उन्हें क्या मालूम कि मौत वाली बात पर मुर्दे नहीं रोते…!!

मैं इतना जानकार तो नहीं हूँ पर ये तज़ुर्बा है कि…
कुछ सवालों के जवाब ज़िन्दगी थोड़े सब्र के बाद देती है…!!

मुझे मयखाने की तलब नहीं…
मुझे नशें में देखना है तो मेरे यार को लाइए…!!

बेवज़ह तो नहीं हुए होंगे क़त्लेआम शहर में…
कोई दिल शायद किसी बेहरम नें तोड़ा होगा…!!

Shayari on Safed Rang

यूं तो अच्छी नहीं लगती उलझनें मुझे
पर मेरी उंगलियों में
तुम्हारी उंगलियों की बात ही कुछ और है…!!

तुम जो समझते हो जिंदगी हंसी है
हमसे मिलोगे तो जिंदगी बोझ लगने लगेगी…!!

इस रास्ते के नाम लिखो एक शाम और…
या इस में रौशनी का करो इंतिज़ाम और…!!

और तो क्या था बेचने के लिए…
अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं…!!

हजारों नामुकम्मल हसरतों
के बोझ तले भी….
ऐ दिल,
तेरी गज़ब हिम्मत है
जो तू धड़कता है…!!

हैं जो गिले – शिकवे
हमारे बीच आजकल…
लड़ते हैं मनाते हैं खुद को
तेरी तरफ़ से आजकल…!!

बड़ी मुद्दत से मेरे दिल में
खून के संग एक तस्वीर बहती है…
तेरे हाथों की लकीरों में
मेरी किस्मत रहती है…
यूं तो तूने मेरी बातों को
तवज्जो ना दिया…
तेरी झील सी आंखों में
मेरे इश्क की कश्ती बहती है…!!

बह न निकले लहू मेरी कलम से स्याही की जगह…
इसी वज़ह से कभी कभी नहीं लिखा करता मैं…!!

दिल्लगी है इतना आसान थोड़ी है…
आशिक़ हैं… नशेड़ी थोड़ी…!!

खड़े हो गए हैं अब हम भी बाज़ार में…
कोई खरीददार मिल जाए तो मुस्कुरानें लगें…!!

Rutba Status in Hindi

देखना चाहता होगा खुदा भी मेरी ज़िद की हद को…
वर्ना वो क्या सबको नजअंदाज करके मुझे ही परखता…!!

कुछ पन्नें इस रफ़्तार में पलटे की सब बदल गया…
किरदार भी एहसास भी और कहानी भी…!!

बिक रही है रूह तक सरेआम बाज़ार में…
और वो हैरां है कि जिस्मफरोशी भी कोई चीज़ है…!!

Shayari on Sanwla Rang

हमसे छुपकर मोहब्ब्त की नहीं जाती…
वो कहते हैं किसी से कह नहीं सकते…!!

लिख के देखिए एहसासों को एक दिन…
नींद गुम न जाए तो क्या कहना…!!

तुम्हारे बारे में ज़्यादा सोचा नहीं था पर…
अब से हर दुआ में तुम भी शामिल होगे…!!

दीवाने हैं आपके
इस बात से एतराज़ नहीं
कैसे कहें कि आपसे हमें प्यार नहीं
कुछ तो कसूर है
आपकी अदाओं का भी
अकेले हम गुनहगार नहीं…!!

कि जिसे देखकर चांद भी शर्मा जाएं
मैंने उसे करीब से देखा है
हां वो तुम ही तो हो जिसे मैंने
आंखों से नहीं दिल से देखा है…!!

हर एक मर्ज़ की दवा है मोहब्ब्त यारों…
मर जाए गर शख़्स तो तकलीफ़ क्या होगी…!!

बची रहे तो बाँट देंगे खुशियाँ सबमें…
हमें नसीब नें सौंपी ये दौलत बेपनाह…!!

आज़ाद होनें की तमन्ना होनीं चाहिए…
कुछ शेरों को आदत नहीं होती खुले जंगल की…!!

जब कहीं अंधेरे में कोई चीख़ सुनाई दे…
मैं कायरों की तरह अब आंखें मूंद लेता हूँ…!!

अपनीं शक़्ल याद है अब भी…
मुझमें ‘मैं’ तो अब रहा ही नहीं…!!

तुम्हारे ज़हन में है बैठा हुआ तूफ़ान कोई…
तुम्हारी आँखों में मुझे शैतान नज़र आता है…!!

यह सर्द मौसम और चाय…
कुछ तुम्हारी यादें
और फिर कोई ना आए…

अजीब मौत की बारिश हुई आज…
इत्तेफाक़ देखिए कि सिर्फ़ शरीफ़ ही चपेट में आए…!!

मैं दुआ में क्या माँगूं समझ नहीं आता…
चंद अपनें थे जो अब बहुत दूर से तकते होंगे…!!

जैसा उसे चाहिए था वैसा बननें की हर कोशिश की मैंने…
आख़िर में उसे मेरे पुराना वाला मैं ही बेहतर लगा…!!

Shayari on Zindagi Ke Rang

बहुत ज़्यादा बुरा हूँ मैं अंदर से…
पर वही सामनें भी हूँ जो अंदर हूँ…!!

अगर वो चाहती, मुश्किल नहीं था
हमें लगता है उनका दिल नहीं था…
मोहब्बत में वो लड़का हमसे जीता
जो कल तक रेस में शामिल नहीं था…!!

तजुर्बा इश्क़ का नहीं मुझको
मगर ये भी सुन लो
हमारे दिल की धड़कन में
हमेशा तुम धड़कती हो…!!

मेरे बारे में अफ़वाह है कि मैं ख़राब हूँ…
अफ़सोस की मैनें ख़ुद कभी इस बात को नहीं काटा…!!

कुछ अफ़वाहें हैं मेरे शहर के ख़िलाफ़…
लोग कहते हैं यहाँ की हवा में नशा है…!!

किसी एक डर से मैं अंजान होके भी डरता हूँ…
ये वही ख़ाब है जिसे उर्दू में इश्क़ कहते हैं…!!

वक़्त आएगा यक़ीनन लेकिन…
जंग जारी है तभी मौका मिलेगा आगे बढनें का…!!

सोचा है
उसकी फोटो Santa को दिखा के
उसको , क्रिसमस गिफ्ट के तौर पे मांग लूं…!!

चेहरा देख कर दिल लगाया ही नहीं कभी…
हां तेरी मुस्कराहट पर कई बार जान लुटाई है हमने…!!

तेरे मिलने की आस
और
तेरे साथ होने के काश से मिलकर
मेरी एक जिंदगी बनी है…!!

मैं प्रीत का बुना हुआ स्वेटर हूं
तुम लफ़्ज़ों की तुरपाई हो
मैं बहता सर्द हवाओं सा
तुम कम्बल और रजाई हो…!!

मैनें जान लिए हैं इरादे ज़िन्दगी के…
मेरे हक़ में फ़ैसला होगा… लेक़िन ज़रा देर से…!!

जान जाएगी दुनियाँ भी सारी कमज़ोरियाँ मेरी…
मग़र उसे क्या फ़ायदा होगा ये बताकर… मुझे समझ नहीं आता…!!

जिस इरादे से ज़ख्म दिए गए वो सब फ़ालतू निकले…
समझ में बस इतना आया कि इश्क़ तकलीफ़ दे गया…!!

किसी ओर तो बेहाल गिर गया होगा
मेरा वज़ूद बिखकर कहीं तो मर गया होगा…!!

रात गहरी थी डर भी सकते थे
हम जो कहते थे कर भी सकते थे…
तुम जो बिछड़े ये भी ना सोचा
हम तो पागल थे मर भी सकते थे…!!

होने को तो सब ज़रूरी है
पर तुम सबसे जरूरी हो…!!

हर कोई छोड़कर चला जाता है हमें…
हम तो जैसे बुरा साया हो गए..!!

घर किराए का हो सकता है
पर सुकून घर वाला होगा…
मैं दिख सकता हूँ चाहे जैसा
यक़ीन मानों दिल बुरा नहीं होगा…!!

उनके बिना क्या ज़ख्म क्या ख़ुशी…
जब अपनें न हो… ज़िन्दगी बेवज़ह लगती है…!!

सम्भल कर कीजिए अपनें राज़ों का खुलासा…
ज़हर घोल देते हैं कई बार मीठा बोलनें वाले…!!

Urdu Shayari on Rang

मैं क़ुबूल करता हूँ मुझे डर लगता है अंधेरे से…
क्या इसी वजह से मैं तुमसे प्यार करनें का हक़दार नहीं हूं…!!

तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा
साल बदलेगा मगर…
दिल का हाल नहीं बदलेगा…!!

गर कह देने भर से हम किसी के अपने हुएं होते..
तो ना जाने पूरे कितने दिलों के सपने हुए होते..
महज़ कह देने भर से कोई किसी का हो नहीं जाता
साथ दिखाने वाले अक्सर निभाने से बचते हैं…!!

एक जो अच्छी बात है मुझमें…
मैं किसी को गिरानें के हक़ में नहीं रहता…!!

हज़ार चाहने वालों में से
एक समझने वाला बेहतर है…!!

सब से खाली रह गया मेरा ही ज़हन आख़िर तक…
सब के हक़ में कुछ न कुछ बेहतर चीज़ आई थी…!!

घिस जाता है चन्दन भी माथे पर सजनें के लिए…
इत्तेफाक़ से लोगों को चाहिए मुक़ाम बिना मेहनत…!!

सिर्फ़ जिंदा हैं कुछ लोग आशिक़ी के बाद…
शौक-ज़िन्दगी के दफ़्न हो चुके हैं सब…!!

मैं नींद से जगा तो सब कुछ बदला हुआ था…
मैं बाहर तो निकला तो सबनें कहा- वो ख़ाब थोड़ी था…!!

जिन ख़्वाबों में तुम हो
उन ख़्वाबों से बाहर आना ज़रूरी है क्या…?

हम तो एक ही आंखों में डूब गए
ये तैरने वालों का कोई किनारा नहीं होता…
हमने तो उसके चाहने वालों को भी अपना माना
ये अलग बात है कि कोई हमारा नहीं होता…!!

जब से उनसे कहा दी है बात साफ साफ…
बड़ा सुकून है कि चलो कह यो दिया कम से कम…!!

अबकी क़ैद सिर्फ कैमरे में नहीं होगी खुशियाँ मेरी…
मैनें सोचा है की ज़हन में सबको बिठा के लौटूँगा…!!

बहुत तन्हा होता मैं अगर तुम नहीं होते…
बड़ी क़िस्मत है मेरी जो तुमसे मुलाक़ात हो गई…!!

तेरी मोहब्बत से ज़्यादा
तेरी इज्जत ज़रूरी है….
तेरे किरदार पर बात आई
तो अजनबी बन जाऊंगा…!!

छोड़कर जानें वाले क्या समझेंगे रिश्तों की अहमियत…
जो तड़पता है उसे मालूम है कि याद सताना किसे कहते हैं…!!

अंजाने ही सही वो हर बाप गुनाहगार है…
जो अपनीं बेटी की जिंदगी का फ़ैसला ज़बरन करता है…!!

शक़ नहीं यक़ीन है…
मैं बुरा बनाया गया…!!

इशारों इशारों में बहक गया मैं…
बात तो बहुत शुरू बाद में हुई साहब…!!

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