“Dard Sad Shayari” is a form of poetry in the Hindi language that focuses on the themes of pain, heartbreak, and sadness. These poems often express the deep emotions of the poet and are meant to serve as a cathartic release for their feelings. Dard Sad Shayari is a popular form of expression for individuals who are experiencing heartache or going through a difficult time in their lives. The poems can range from melancholic to intense and often explore the complexities of emotions such as heartbreak, loss, and grief. The use of language and imagery in these poems allows the poet to express their pain in a way that is both powerful and beautiful.
Dard Sad Shayari is widely shared on social media platforms and is a popular form of expression for those who appreciate the beauty of poetry and the power of emotional expression. Whether you are experiencing heartache yourself or simply appreciate the beauty of sad poetry, Dard Sad Shayari has something to offer for everyone. The poems can serve as a source of comfort and solace for those who are feeling sad and help them to process their emotions in a meaningful way. Through the power of language, Dard Sad Shayari has the ability to touch the hearts of its readers and help to heal their pain.
Table of Contents
ये तलब इश्क़ की है
या तुम्हें पाने का नशा है…
जो भी है कमबख्त
सारा मन बस तेरी याद में लगा है…!!
औरों पर हँस देना भी कितना आसान है…
ग़ौर करनें वाली बात है ख़ुद पर हँस पाना…!!
हिसाब माँगनें की बात आई तो मैं क्या माँगता…
मैनें सब दांव उसी की जीत पर तो लगाए थे…!!
कुछ नशा अच्छा हुआ करता है ज़ख्मों के लिए…
कुछ नशा ज़ख्मों को नासूर बना देता है…!!
मैं पुछता हुं मिलोगी मुझसे
वो परवाह नहीं करती
वो ना नहीं करती
वो हां नहीं करती
और जिसके लिए लिखी है
मैंने हर एक लाईन अपनी
वो सुनती सब है लेकिन वाह नहीं करती…!!
Sad Shayari for Boys
हिचकियां सताएं तो गुस्ताखी माफ़ करना,
मुझे तो आदत है तेरे ख्यालों में डूबने की…!!
भूल जानें की शर्त ली गई हमसे…
अब वो शर्त मेरी जान लेके मानेगी…!!
हँस के गिर पड़ा वो बावला ज़मीं पर…
कहता है सितारों से इश्क़ हो गया है उसे…!!
इस घर के आईनें में हमें अब अपनापन नहीं मिलता…
अपना वज़ूद खोकर मैं अब बदल सा गया हूँ शायद…!!
अपनीं परछाईं से भी अब मुझे डर लगता है…
ये इश्क़ का अंजाम नहीं है तो भला क्या है…!!
सब कहते हैं ख़ुश रहा करो…
पर कोई यह नहीं कहता हम रखेंगे…!!
तुम्हारा नाम boro plus+ रख दूं क्या…
तुम्हारे बिना जिंदगी रूखी रूखी सी लगती है…!!
4 Line Sad Shayari in Hindi
हमदर्दी जताता था तो मुझे हमदर्द लगा वो…
बस इसी भरम नें बड़ी तकलीफ़ दी मुझे…!!
बाक़ी है मेरी दुनियाँ में सुखनवर बहुत सारे…
सुनते हैं कि एक है जो सिर्फ़ इश्क़ नहीं लिखता …!!
सुकून की नींदें बर्बाद हैं मेरी…
सोता हूं बस जिस्म की थकान मिटाने के लिए…!!
बेरोजगार आशिक हूं…..
वैसलीन तो नहीं दिला सकता
लेकिन तुम्हारे होंठ कभी सूखने नहीं दूंगा…!!
अपनी सारी बातें मनवाती हो
मेरी टाल देती हो
जब भी पुछता हुं हां या ना मे जवाब
पता नहीं कहकर
उलझन में डाल देती हो…!!
Kismat Dard Sad Shayari
तुम्हारा तुम जानो…
मैं तो अभी भी आंखों में डूबा हूं…!!
फिर चुमूँगा माथा
सिर सहलाऊ़ँगा मैं
तुम्हारे छोटे पैर
अपनी हथेलियों पर रखकर
तुम्हें जब पायल पहनाऊंगा मैं
जब भी कोई पुछता है
मेरी बेवजह मुस्कुराहट का राज
हम तुम्हारा नाम बताते हैं…
तुम हमें चाहो
या ना चाहो
हम तो सिर्फ तुम्हें चाहते हैं…!!
नहीं मालूम था अब जान लो…
इश्क़ करना आसान… निभाना मुश्किल होता है…!!
खाक़ हो गए वक़्त बदलनें वाले…
हम भी निकले हैं दौर बदल देनें अब…!!
ख्वाहिश बस इतनी है के
कुछ ऐसा मेरा नसीब हो…
वक्त चाहे जैसा भी हो
बस तु मेरे करीब हो…!!
Dosti Sad Shayari in Hindi 2 Line
कहीं देर हो गई तो हमारे लिए रुकना ज़रूर…
वादा है हम ज़िन्दा रहे तो आयेंगे ज़रूर…!!
कब से पुरानीं बातों को मन में दबाये बैठे हो…
सुना है नज़र उठाके देखते भी नहीं हो अपनीं ग़लती के बाद…!!
रौशनी चाँद की भी फीकी पड़ जाती है कभी कभार…
सुना है अकड़ तो रावण की भी नहीं टिकी…!!
राज़ की बात नहीं है फिर भी…
मेरे बारे में लोगों से पूछना बन्द कर दो अब…!!
तुमने तो बेकार समझ कर फेंक दिया…
पर ज़रा सोचो उस झुमके पर क्या गुजरी होगी…!!
बिखरना भी गवारा है मुझे…
अगर तुम सम्भालो तो…!!
किसी नें कहा की मैं उसका हो पाऊँ या न हो पाऊँ… पर मुझे अपना सोचकर उसे बड़ा सुकून मिलता है…
अब उन्हें क्या कहें की बस यही सुकून ख़ुद में समाकर हर लम्हा कितनीं ख़ुबसूरती से जी रहे हैं हम…!!
कोई हँस दे तो बुरा लगता है…
आप सोचिए मैनें तो किसी अपनें को खोया है…!!
Zindagi Sad Shayari 2 Line Urdu
तु बेचैन नहीं मुझे चैन नहीं
तुझे जरूरत नहीं
मेरी और कोई जरूरत नहीं
एक अरसे के बाद
की है मोहब्बत किसी से
तुम्हें क़द्र नहीं मुझे सब्र नहीं…!!
कभी बेचैन तो कभी खुशमिज़ाज रहता हूँ…
सुना है मैनें की मैं औरों की तरह मुस्कुराता नहीं हरदम…!!
उसका हक़ था वो सुकुल करनें का…
मेरा हक़ है… मैं अब भी चाहता हूँ उसे…!!
मैं लिखता रहता हूँ क़िस्सा कुछ इस तरह…
लोगों को अंदाज़ा है उसकी शक्ल-ओ-सूरत का…!!
Bewafa Dard Sad Shayari
तुम न होते तो शायरी न होती…
ऐ इश्क़ तुम बुरे हो… पर इतनें भी नहीं शायद…!!
हर वक्त मेरी आंखों में रहती हो..
तुम जैसे काजल हो गई मेरी आंखों का…!!
जब भी तु मेरे ख्वाबों में आए…
ख़ुदा करे मेरी आंखों में नींद रह जाए…!!
मैंने लिखा हर लफ्ज़ हकीकत…
लोग मगर अफसाना समझे….
तुम ही ना समझे दिल की जुबां…
तो क्यों बेदर्द ज़माना समझे…!!
जब तक खुद पे ना गुज़रे…
लोगो को हमारे अहसासात और जज़्बात बस मज़ाक लगते हैं…!!
जब से रोए हैं तब से सुकून है…
बेवज़ह आँसुओं को रोककर तड़प रहे थे…!!
Khuda Sad Shayari
किस तरफ जाएँ… कहाँ न जाएँ किससे पूछें…
बचपन के बाद बचपना बेवकूफ़ी कहलाता है…!!
ये आईने नहीं दे सकते तुम्हें तुम्हारी खूबसूरती की सच्ची ख़बर….
कभी मेरी इन आंखों में झांक कर देखो की कितनी हसीन हो तुम…!!
उनसे मुलाक़ात करना ज़रूरी है…
ज़िन्दा रहना भी तो ज़रूरी है…!!
बिना वज़ह भी टूट जाते हैं तारे अक़्सर…
जब कोई चाहनें वाला न हो… तो क्या फ़र्क़ पड़ता है…!!
इस गली की आदत में है मुझसे उलझ जाना…
हर दफ़ा मुझे ही कुसूरवार कहती है…!!
दास्ताँ ख़त्म होनें वाली है…
तुम मेरी आख़िरी मोहब्बत हो…!!
उसने कहा
चाय में चीनी कितनी लीजिएगा….
हमने कहा
बस एक घूंट पी के दीजिएगा..!!
Fadu Sad Shayari in Hindi
अपने दिल में रहने दो ना मुझे…
कसम से बाहर ठंड बहुत है…!!
जिसकी बातें न सुनीं जाए वो करे भी तो क्या…
अब समझते हैं मैं बेहाल से फिरा करता हूँ बस यूँ ही…!!
कब से बातों से सब कुछ ठीक हुआ है…
मग़र ये सच है कि ज़रूरी है कोई अपना सुननें वाला…!!
और भी होंगे हुस्नवाले जहाँ में…
मुझे तो सब… अब मुर्दे ही नज़र आते हैं…!!
तकलीफ थी पर अब नहीं है…
ये क़ीमती आँसू बहाना फ़िज़ूल है…!!
Alone Dard Sad Shayari
तेरे चेहरे को
जो मिल जाए हमारी आंखें
फिर ना तुझे हम ग़ैर दिखाई देंगे…!!
आलू के पराठे की तरह चाहता हूं तुम्हें…
और तुम हो की…
मुझे करेले की सब्ज़ी के जैसे इग्नोर करती हो…!!
कभी दिल माने तो
करना मुलाकात हमारे साथ…
सस्ती चाय के साथ महंगी यादें पिलाएंगे…!!
उसनें पूछा की चाय तो पियोगे नहीं…
लत अब सिर्फ़ चाय की है… कह दिया हमनें…!!
बडप्पन तब है जब ताक़त हो और शान्त रहा जाए…
वरना उछलते तो बारिश में मेढक भी बहुत हैं…!!
झुमके से कह दो
गालों को चूमना छोड़ दें…
इश्क़ रूस्वा हुआ तो
कत्ल हजार होंगे….!!
Humsafar Sad Shayari
दिल से दिल की बातों का
इकरार हो जाए
काश तुझे भी मुझसे
बेपनाह प्यार हो जाए…!!
जब से हर साँस में कोई बस गया था…
तब से हम भी ख़ुद को खो चुके थे…
अब जब वक़्त बदल गया है सब…
बेवज़ह आज आईना देख हम हँस रहे थे…!!
वो लोग अक्सर
सब के लिए हाजिर रहते हैं
जिनको पता है
की अकेलापन
क्या होता है…!!
वो जो
अंधेरे में भी
नज़र आए
ऐसा
साया बनो
किसी का…!!
मेरी शक्ल पर
मेरे हौसले
नज़र नहीं आते…
मेरी हरकतों पे भी
गौर जरा
कर के देखो…!!
गहरी बातें समझने के लिए
गहरा होना जरूरी है
गहरा वही हो सकता है
जिसने गहरी चोटें खाई हो…!!
Garib Sad Shayari
मेरी हद भी तुम हो…
मुझमें बेहद भी तुम हो…!!
बहुत शोर करतीं हैं
पकड़ने पर कलाई…
तेरी चूड़ियां किसी दिन मरवाएंगी मुझे…!!
समझनें की आदत भी बुरी ही है…
सबको लगता है वो समझदार है… समझ जाएगा…!!
क्योंकि बस्तों को बोझ मानते थे… परेशान रहते थे…
अब पूछिए कि उन बस्तों में क्या सुकून खो दिया…!!
उसे चंदन का टीका लगानें को आदत है…
और हमारी आदत है उस देखकर खो जाना…!!
अब ढूढनें से नहीं मिलता घर जैसा खाना…
एक दौर था हमें वो खाना बेजान लगता था…!!
जला हुआ जंगल
छुप कर रोता रहा…
लकड़ी उसी की थी
उस माचिस की तीली में…!!
चाहत इतनी है…
जुदा सिर्फ मौत कर सकती हैं..!!
तु हीरा कोहिनूर सा…
मैं टूटा फुटा कांच कोई…!!
Rishte Sad Shayari
जिसको मिली वो
मुझे उसकी हथेली देखनी है…
कैसी होती है लकीर जो मेरे हाथों में नहीं..!!
तेरे सजदे में झुकता हूं
हां, मैं तुझसे इश्क़ करता हूं
मालूम है, तु बहता हुआ पानी हैं
फ़िर भी मैं ख़ुद को
ठहरा हुआ किनारा लिखता हूं….
और फिर वो शख्स भी
खो दिया मैंने
जिसकी वज़ह से
थोड़ी बहुत खुशी
हासिल हुई थी…!!
सच… सियासत से अदालत तक बहुत मसरूफ़ है…
झूट बोलो, झूट में अब भी मोहब्बत है बहुत…!!
लहजा कि जैसे सुब्ह की ख़ुशबू अज़ान दे…
जी चाहता है मैं तेरी आवाज़ चूम लूं…!!
हमारे काम को बेवज़ह हुनर का नाम न दो…
ये दुआ कुबूल हुई है मेरी उसकी अदालत में…!!
Broken Heart Dard Sad Shayari
तेरी आंखों में
जब से
मैंने
अपना अक्श देखा है…
मेरे चेहरे को
कोई आईना
अच्छा नहीं लगता…!!
चमके हैं बादल तो शायद बरस भी पड़ें…
क्या कहा जाए कब तक जिएं और कब मर जाएं…!!
जो कड़वा है ज़रूरी नहीं कि सच हो…
कभी कभार जलन में ग़लत चीख़ते हैं लोग यहाँ…!!
कुछ शब्दों से खेलना भी आता है उन्हें…
दिल तो तोड़नें में महारथ पहले से थी…!!
कहें भी कैसे की अब बचपन रहा नहीं…
हमनें ही दुआ की थी कि जल्दी बड़े हो जाएं…!!
मैं तैयार था कि लौट आऊँ…
ख़ुदा की तैयारी कुछ और निकली…!!
Bimar Sad Shayari
कोई बात होगी कि मैं कम बोलता हूँ…
ज़िन्दगी यूँ ही किसी को गुमसुम पैदा नहीं करती…!!
नए नए लिबास बड़े पसन्द थे उसे…
हमें क्या मालूम था कि चेहरा भी बदलता होगा…!!
बोल देना चाहिए था…
पर हमें बोलना नहीं आया…!!
हमें रोनें का हक़ मिला ही नहीं…
हम लड़कों में आँसू बहाना गुनाह होता है…!!
कुछ तो कह दे ऐ ज़िंदगी मुझसे…
तेरा ये चुप रहना मुझे मार डालेगा…!!
तबाह तो घर भी हुए बहुत…
पर इतनें नहीं जितनीं कि ज़िंदगियाँ बर्बाद हुई हैं…!!
वफ़ा की बात आती है पैसों के बाद…
अमीरों में मोहब्बत अब भी दूसरे पायदान पर है…!!
ज़रूरत इस बात की थी कि हमें समझा जाए…
हुआ ये की सब हमें समझानें में लगे रहे…!!
Rone Wali Sad Shayari
घुमा बहुत वो डिग्रियाँ लेकर…
नौकर बननें की तमन्ना जो बहुत थी…!!
मैं तैयार हूँ जंग के लिए… पर
उसे भी तैयार करो सामनें से वार के लिए…!!
मैं हक़दार नहीं माफ़ी का…
फिर भी तुम माफ़ कर सको तो ठीक होगा…!!
किसी ख़याल में डूब जानें ही बेहतर होगा…
न उसकी याद आए तो ये गाना और बेहतर होगा…!!
अब से हर राज़ मैं छुपा लूँगा…
तुम किसी बात पर सवाल करना मत लेकिन…!!
मेरा ‘मैं’ किनारे से तक़ता है…
मैं ख़ुद में ही छिपा रहता हूँ…!!