तुमसे जो पूछें तो बतला देना…हम उन्हें याद नहीं करते अब…!!
ख़ैरियत मत कहो… किसी को सुनना नहीं है…वो बस हाल पूछ लेते हैं नज़र मिल जानें पर…!!
तुम्हारे बाद अब किसी से दिल लगानें की ज़ुरूरत नहीं होगी…सुना है इश्क़ के बाद आदमीं बदल जाया करता है…!!
कहानियों में अच्छे लगते हैं पात्र सत्यवादी…हक़ीक़त में ये दुनियाँ उन्हें जीनें नहीं देती…!!
उनकी आवाज़ में वो असर रहा नहीं शायद…या शायद अब हमें उनपर भरोसा कम ही होता हो…!!
Dosti Sad Shayari
मैं अक़्सर रात के जुगनुओं के बीच बैठ जाता हूँ…अपनीं कहानीं सुनाकर रो लेता हूँ… वो किसी से कहते भी नहीं…!!
तुम तन्हा नहीं टूटे हो…तोड़े हुए पत्तों से ये बात ये गिलहरी नें कही…!!
उस किनारे मैं जाता तो डूब जाता शायद…इस किनारे मैं हूँ तो भी डूब रहा हूँ…इत्तेफ़ाक़ देखिए… ज़िन्दगी के फैलसे इतनें आसान कहाँ होते हैं…!!
तुम्हें हक़ है हमारी ज़िंदगी में हर एक काम का…सुनो… तुम हमें छोड़कर… सब कुछ मांग लो…!!
तड़प जाएगा को भी भुला पानें में…जिसनें सोचा भी नहीं छोड़ जानें में…!!
बात इतनीं सी थी…कि… शराफ़त और अदब में फंस गया मैं…!!
वो ख़ुदा समझते रह गए खुद को…उम्र क़रीब आ गई मौत की धीमें धीमें…!!
तेरी यादों ने नशा करने पर मजबूर कर दिया…वरना मैं तो वो था जिसे सिगरेट के धुंए से भी नफरत थी…!!
सब कुछ हासिल नहीं होता यहां जिंदगी मेंकिसी का ‘काश’ तो किसी का ‘अगर’ रह ही जाता है…!!
और हम जैसे लोगों को एक ही शख्स में रह जाने की आदत होती है …!!
Zindagi Sad Shayari
दिल करता है तुमसे लिपट कर तुम्हें बताऊं…कितनी बेचैनी रहती है तुमसे दूर रहकर जीने में…!!
क्यों न तुम रोज़ मेरे हक़ में दुआ करते…तक़दीर मेरी इतनीं तो नहीं ज़ालिम होती…!!
नज़र आते हैं उसके पगलपनें के किस्से ख़ाबों में हमें…हक़ीम नें मुहर लगा दी कि इश्क़ का बुखार चढ़ गया है ज़ोरदार…!!
एक तुम ही तो हो जिसे मैंसेज करने से पहले मुझे कुछ सोचना नहीं पड़ता…!!(मेरे कमरे की दीवारें)
मैंने करवट बदल कर भी देखी..तुम उस तरफ भी उतने ही याद आते हो…!!
तुम किसी और के हो मैं खुश नहीं रह पाया…मैं खुश हूं सबको झूठ कहता रहा मगर मैं खुश नहीं हूं ये मैं किसी को ना कह पाया…!!
क्यों न बाक़ी रही लोगों में आग…सबकी सिर्फ़ अपनीं अपनीं ही पड़ी क्यों है…!!
इस शहर में ठंडे हवा के झोंके जब चेहरे को छूते हैं…ऐसा लगता है जैसे माँ नें गाल खींचा है…!!
Sad Shayari in English
तुम सोच भी नहीं सकते…मैं तुम्हें कितना सोचता हूं..
मैंने परखा है अपनी बदकिस्मती को…मैं जिसे अपना कह दूं वो फिर मेरा नहीं रहता…!!
नज़रें फेर लेते रहे हैं ओढ़नी खिसकनें पर…और इस शहर में ये देखकर हमें गंवार कहा गया…!!
जरूरत जब होती है मुझे किसी की हर बार अकेला होता हूं…दिन तो गुज़र जाता है घर के कामों में लेकिन रातों में बहुत रोता हूं…!!
अगर तुम जान जाओ तकलीफ़ मेरी तुम्हें मेरे मुस्कुराने पर तरस आयेगा…!!
मैं रोता रहा रात भर मगर फैसला ना कर सका….कि तुम याद आ रही थी या मैं याद कर रहा था…!!
बुरे होते हैं वो लोग जो इश्क़ को बुरा कहते हैं…हम मुर्दा से लोग भला क्या ही कहेंगे…!!
4 Line Sad Shayari in Hindi
किसी बात पर बुरा मान गया होगा…बेवज़ह दुनियाँ में कहाँ किसी से कोई रूठता होगा…!!
ऊब जाते हैं लोग हर एक चीज़ से…तुम क्या बेज़ान जिस्मों के बात करते हो…!!
वहाँ हम थे … पर ना के बराबर थे…अब तो अक्सर हमें अनदेखा किया जाता है…!!
अजीब जुल्म करतीं हैं तेरी यादें मुझ पर सोने की कोशिश करूं तो जगा देती है जाग जाऊ तो रूला देती है…!!
तुम अगर जान लो मेरे दिल में जगह अपनी दुनिया की सारी रोनकें तुम्हें फिकी लगने लगेगी..!!
Alone Sad Shayari in English
मैं उदास लोगों को हंसा देता हूं…मुझसे अपने जैसे लोग देखें नहीं जाते…!!
उनकी आदत में शामिल रहे हैं हम लेकिन…ये आदत कभी और की थी जो बदल गई…!!
सब समझ आ गया साहब एक लड़का अचानक से पंखे पर क्यों लटक जाता है…!!
हद क्या है लोगों को क्या पता…फुर्सत में कभी पूछिए तो बतलाएँ हम…!!
ये आंखों में काजल लगाया ना करो अगर लगाया है काजल तो शरमाया ना करो बातें करनी हैं तो आंखों से करो यूं होठों को अपने हिलाया ना करो
मैं सिर्फ तुम्हारी यादों के सहारे ज़िन्दा हूं…वैसे तो कब का मर चुका हूं मैं…!!
तुम आओ और देखकर मुझे पलकें झुकाओ…आंखों से प्यार का इज़हार मुझे पसंद हैं…!!
Dosti Sad Shayari in Hindi 2 Line
दर्द क्या होता है..??अरे साहब जब होगा तब समझोगे…!! जिस दर्द में मैं हूं…तुम उसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते…!!
तेरे बाद मैंने मोहब्बत को जब भी लिखा गुनाह लिखा….!!
आज सजी होगी दुल्हन सी वो उसका साजन भी आया होगा हाथों से अपने पानी पिला कर फिर अपने गले लगाया होगा…!!
तेरी बद्दुआ में असर ही नहीं…मैं बीमार हूं लेकिन मरता नहीं…!!
कब ज़िन्दगी में इतनीं फ़ुर्सत होगी…चाय होगी… तुम होगी औऱ… सुकूँ भरी शाम होगा…!!
कहीं तो आरज़ू की कचहरी लगती होगी…क्या दुनियाँ में किसी को किसी चीज़ की चाहत ही नहीं है…!!
साँप के काटनें के क्या ही असर होगा…ज़हर तो इनकी ज़ुबाँ में पहले से घुला है…!!
सिर्फ़ कहनें को समझदार है शहर मेरा…अकेली लड़की दिख जाए… जानवर सा सुलूक करते हैं…!!
आओ इस भीड़ से निकल चलें…ये बस्ती अब ज़िन्दा लाशों की ढेर सी जान पड़ती है…!!
Zindagi Sad Shayari 2 Line Urdu
वो जो हर बात में ज़िद किया करते हैं…कुछ मेरी संगत का असर है और कुछ तो ख़ानदानी मर्ज़…!!
आसान नहीं है लोगों की ज़िंदगी…फ़िर भी औरों की ज़िंदगी में देखल देना है सभी को…!!
इश्क़ बड़ी ज़ालिम चीज है यारों…मज़ा वही लेते हैं जिन्हें अंदाज़ा नहीं हक़ीक़त का…!!
अभी तुम्हें कुछ पता ही कहां है…मैं तुम्हें उससे भी कईं गुना ज्यादा प्यार करता हूं जितना मैंने तुम्हें बताया है…!!
क्यों तेरी महफ़िल में अब मेरा मन नहीं लगता…इसमें भी शायद… ग़लती मेरी ही हो…!!
दुनिया को समझने में अपना वक्त जाया न करें अपना काम करें और ख़ुश रहें…
कुछ भी खाश नहीं मुझमें…हां मैं लड़का आम से भी आम हूं…!!
उनकी आदत में है मेरी ख़ैरियत पूछना…मेरी आदत में है मुस्कराकर “बढ़िया” कहना…!!
Humsafar Sad Shayari
क्यों न अच्छी लगे गाँवों की हवा…मिट्टी से इश्क़ करना… शहरवालों को क्या मालूम…!!
यहां किसी को भी कुछ ना मिला किसी को हम ना मिले हमको तु ना मिला…!!
साहब हम जैसों को ठीक वक्त पर ख्वाब कुचल देने चाहिए…ख्वाब जितनी देर में टूटे
तकलीफ़ उतनी ज्यादा होती है…!!
इश्क़ में माफ़ी तो हक़ से मांगिए…शर्त ये हो कि वही ग़लती दुबारा न हो…!!
वो न समझेंगे… तो हम समझे न जाएँगे…इस एक भरम नें रिश्ता बर्बाद कर दिया…!!
छत पर कमरा है मेरा कमरा भी कोने वाला काम आसानी से हो जाता है रोने वाला…!!
क़यामत तक याद करोगे किसी ने दिल लगाया था एक होने की उम्मीद भी ना थी फिर भी पागलों की तरह चाहा था…!!
Sad Shayari Matlabi Duniya
खुदकुशी हराम है बस इसलिए हम किसी हादसे के इंतजार में रहते हैं…!!
कहानीं ख़त्म कहाँ हई…ज़िन्दगी बाकी है अभी…!!
जाहिल हैं कुछ लोग मेरे शहर में इस क़दर…उनके आँसुओं नें आँखों से निकलना छोड़ दिया है…!!
बाज आ जाओ मोहब्बत से मोहब्बत वालो हमने एक उम्र गंवाई है मिला कुछ भी नहीं…!!
यह भी तो एक खासियत है कि हम किसी के ख़ास नहीं है…!!
इंतजार करना किसी को कहां अच्छा लगता है एक बार तुम करके देखना नफ़रत हो जाएगी मुझसे मैं तो फिर भी आशिक हूं तुम्हारा वरना जिंदगी कितनों को भुला देती है…!!
मौत आ जाए लेकिन जो नसीब में ना हो उस पर दिल कभी ना आए…!!
सुकून की बस 2 ही सूरत है एक तु और दूसरी तेरी आवाज़…!!
ये ज़िंदगी तब हसीन होती है…जब हर दुआ कबूल होती है…कहने को तो सब अपने है…पर काश कोई ऐसा हो जो ये कहे तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ़ होती है…!!
Good Night Sad Shayari 2 Line
इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है झूठ से….मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये झूठ बोलता कौन है…!!
जिन्दगी की दौड़ मे तजुर्बा कच्चा रह गया…हमने सीखा ना फरेब तो दिल बच्चा रह गया…!!
सम्भल के बात करना सीखना होगा…हक़ीक़त में कोई हक़ीक़त सुनना नहीं चाहता…!!
जिन के आईनों में धुँध चली जाती है…पोछनें से भी चेहरा अच्छा नहीं दिखा करता…!!
कुछ भी बचा ना कहने को हर बात हो गई…आओ कहीं शराब पिएं रात हो गई…!!
थोड़ा हंसकर थोड़ा रो कर थोड़ा ग़म में जीते हैं सुबह हो गई आओ एक कप चाय पीते हैं…!!
उसको क्या फ़िक्र मैं अगर कुछ कर गया तो… किसी का क्या जाता है मैं अगर मर गया तो…!!
किसे बताऊं कि मुझसा उदास कोई नहीं मैं खुश हूं और मेरे आस पास कोई नहीं…तुझे ये दुःख के मैं खुश नहीं तेरे सामने मुझे ये गर्व की मुझसा उदास कोई नहीं..!!
Cry Sad Shayari
सीने से लगाकर सुन लो वो धड़कन जो सिर्फ तुम्हारे लिए धड़कती है…!!
दुआ में किसी को मांगने से लेकर उसको भुलाने की दुआ तक का सफर जिसने किया है…. वहीं दुःख जानता है…!!
किया करते हैं ज़िन्दगी में प्यार बहुत लोग लेक़िन…बिछड़नें का वो एहसास जिन्हें ना मिला वो क़िस्मत वाले थे…!!
कोई बे सबर रोता रहा…कोई बे खबर सोता रहा…
मैं तुम्हारी जिंदगी का सबसे अच्छा लड़का तो नहीं हूं मगर इतना यकीन ज़रूर है के एक दिन जब तुम मेरा नाम सुनोगी तो मुस्करा पड़ोगी और कहोगी के वो लड़का जैसा भी था बाकी लड़कों से काफी अलग था…!!
तड़पते आनें के लिए गर आना होता…तुम्हें भी तो हमसे इश्क़ बेपनाह था ना…!!
फ़िर मेरे हक़ में नही की गई सुनवाई यारों….इस दफ़ा लेकिन मुझे कोई हैरानीं न हुई…!!
फिर से बारिश नहीं हुई लेकिन…मैं भीग जाता हूँ उनकी यादों की छाँव तले…!!
Matlabi Duniya Sad Shayari in Hindi
अब कहाँ यारों जहाँ में रहता हूँ…गौर से देखो… क्या अब भी ज़िंदा लगता हूँ…!!
अच्छा हुआ हम वाकिफ़ न थे पहले से…एक हादसा ज़रूरी था आगे सम्भलनें के लिए…!!
कुछ शराफ़त थी वज़ह और कुछ हम…वरना यूँ हीं कोई दुनियाँ में अकेला नहीं रहता…!!
उनकी दुनियाँ में मैं नहीं शायद…मेरी दुनियाँ का एक अनमोल हीरा हैं वो…!!
इतना आसान तो नहीं इश्क़ मुक़म्मल होना…पर जितना मुश्किल है भुला पाना… उतना मुश्किल भी नहीं…!!
जब से हारकर मैं खुशियाँ… ज़मीं पे बैठ गया…सब नें समझा कि मरकर मैं कफ़न में लेटा हूँ…!!
कल से मेरे शहर में ग़रीबों नें रहना छोड़ दिया…अमीर कहते हैं कि उनकी रहमत से गरीब ज़िन्दा हैं…!!
मौत क्या माँगें भला लोगों से…जिंदगी देनें तक की इनकी औक़ात नहीं है…!!
Study Sad Shayari
अब तो हर रात बीतनें में वक़्त लेती है…वो रातें और थीं जो नींद में बीत जाती थीं…!!
शायद हम अपनीं कमीं समझते नहीं होंगे…पर कहते हैं कि कोई अपनी क़िस्म का मिला ही नहीं…!!
लहू के रंग का मेरा एक क़तरा अश्क़ निकला…गरम इतना कि जैसे गाल पर शोला निकला…!!
साफ़ कहदो जो कहनें आए हो…तुम्हें मालूम तो है ही… सच पसन्द है हमें…!!
कब तक मैं औऱ उनकी याद साथ रहेंगे…कभी तो वक़्त इसका भी पूरा होगा ही…!!
तन पर कपड़े की ज़ुरूरत तो है लेक़िन…बड़े लोगों को कम कपड़ों में मज़ा आता है…!!
ज़रा सी रंजिश पर ना छोड़ किसी अपने का दामन…जिंदगी बीत जाती है अपनो को अपना बनाने में…!!
मेरे मन में बैठ गया है कि मैं कर लूँगा…मैं हक़ से इस बात को ख़ुद में ज़िंदा रखता हूँ…!!
Insult Sad Shayari in Hindi
सच में डर सा लग रहा है मुझको…इतनीं बड़ी छलाँग की तैयारी पहली बार है…!!
अगर वो आग का दरिया हैं… होंगे…हमें क्या फर्क़ पड़ता है… किसी के खाक़ होनें से…!!
वो ज़मानें कभी थे ही नहीँ…जिस ज़मानें को सही और अब को ग़लत कहा जाए…!!
एक तो इश्क़ में तोहफ़ों की बड़ी क़ीमत है…ऊपर से… उफ़्फ़…पैसों की ज़रा क़िल्लत है…!!
मेरा ख़राब व्यवहार दिखता है सबको…मेरी बिखरी हुई जिंदगी किसी को नज़र नहीं आती…!!
ख़ूब देखें होंगे आंसू ख़ुशी के तुमने…कभी मिलों हमसे तुम्हें ग़म की हंसी दिखाएंगे…!!
कुबूल किसे होती है आम ज़िन्दगी यारों…तड़प के जीना भी सिखा देती उम्र भी…!!
मोहब्बत के सपने वो दिखाते बहुत है रातों मे हमको वो जगाते बहुत है…मै आखों में काजल लगाऊ कैसे इन आखों को लोग रुलाते बहुत है…!!
First Love Sad Shayari
आयेंगे तुझे याद एक बार फिर से हम जब तेरे खुद के फैसले तुझे सताने लगेंगे…!!
लड़का होना आसान नहीं होता… उसे भी बहुत कुछ सहना पड़ता है…वो टूट कर भी टूट नहीं सकता… इसलिए उसे हंसना पड़ता है…!!
मुझ से क्या उम्मीद रखोगे तुम वफ़ा के सिवा…मुझे अपनों से मिला भी क्या है सज़ा के सिवा…!!
मुझे रिश्तों की लंबी कतारों से मतलब नहीं…दिल से हो मेरा तो एक शख्स ही काफी है…!!
जो कभी सोचा नहीं था…अब वो भी कर जाएंगे….बस कुछ दिनों की बात है…फिर हम मर जाएंगे..!!
सिर्फ लोगो की बाते नही है…अब मैं खुद भी खुद से परेशान हूं…!!
ज़िंदगी जला दी हमने जब जैसे जलानी थी…अब धुएँ पर तमाशा कैसा राख पर बहस कैसी…!!
Chodne Wali Sad Shayari
बन के शहजादा….दिल की हुकुमत में रहा…माँ तेरी गोद में जब तक रहा….जन्नत मे रहा..!!
सुबह हुई तो मैं भी… नींद से जागा…सुना है इस शहर में रोटी के लिए लड़ना पड़ता है…!!
कोई दुआ में मौत माँग देता तो मेहरबानी होती…मैं मुर्दा सा हूँ… जी कर करूँगा क्या…!!
मनपसंद व्यक्ति के साथ कितना भी लड़ झगड़ लो पर उसके बिना रहा नहीं जाता… अफसोस हम किसी को पसंद नहीं…!!
इतना कुछ हो रहा है दुनिया में… क्या तुम मेरे नहीं हो सकते..!!
अजीब सी जिंदगी है…जो मिल नहीं सकता वही चाहिए…!!
गुज़िश्ता रात भी तारे गिने गए की नींद थी ही नहीं नींद की दवाई में..!!
कहानियों की बात करना ही क्यों…इत्तेफाक थोड़ी है कि हम किस्से का अंत जानते रहे हैं शुरू से…!!
हर किसी के लिए खुली किताब न बनो…टाइम पास का दौर है पढ़कर फेंक दिए जाओगे..!!मेरी तरह 😒
Female Sad Shayari
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक्त का सफर एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अन्दर…!!
चेहरा हमेशा हंसता हुआ मिलेगा तुम्हें मेरा…अगर हाल पूछना हो तो कभी अकेले में पुछना…!!
दर्द को मुस्कुराकर सहना क्या सीख लिया…सब ने समझ लिया के मुझे तकलीफ़ नहीं होती…!!
ऊपर वाले तू बेशक मुझे अकेला रख पर उन लोगों से मत मिला जो आते हैं और खेल कर चले जाते हैं…!!
कम से कम एक दुआ कुबूल कर दे मेरे मालिक…सुना है एक ग़लती तो तू भी माफ़ कर ही देता है…!!
मुझे मेरा अकेलापन हि ज्यादा भाता है…इन खोखले बनावटी रिश्तों के बीच दिल बहुत घबराता है…!!
हम तुम्हारे शहर में पहली दफा आए थे…यक़ीन मानों अब नहीं आएँगे… ज़ख़्म लेनें…!!
हम भी जिया करते थे कभी परिंदे के जैसे आजादी लेकर… फिर एक शख्स आया मोहब्बत की आड़ में मेरी बर्बादी लेकर…!!
Papa Sad Shayari
जिस ज़मानें नें कसम खाई की बदलेगा नहीं… वो दौर बदला की किसी को याद न रहा…!!
कुछ तो बात होगी इन लब्ज़ों में साहिबान…वरना हिंदी उर्दू के सिवा दुनियाँ में होती हैं बहुत चीज़…!!
खत्म हो गई कहानियां मेरे अंदाजे से पहले….जला दिया गया मेरा दिल मेरे जनाजे से पहले…!!
आज नहीं पूछते हो हाल तो क्या हुआ…कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था…!!
बड़ी मुश्किल से मिला हूं मैं खुद से…अब मैं दिल की बातों पर भरोसा नहीं करता…!!
न रहे गम से हम खाली मोहब्बत से भरे हैं जहां छोड़ गए तुम हम वहीं पे खड़े है…!!
तस्वीर तक जिंदा हो जाती है हर रोज़..मैं तुमको इतनी बार देखता हूं…!!
अब तो हर बात को बेकार कहा जाता है…अब इसे वक़्त का खेल नहीं तो भला क्या समझें…!!
Parivar Sad Shayari
मेरी बस्ती में अफ़वाह है मेरे ग़लत होनें की…फ़ायदा ये है इस बात का कि… कोई उलझता नहीं मुझसे…!!
काम के वक़्त ही सही याद किया जाता है…अंधेरे ज्यादा हों तो जुगनूँ भी आफ़ताब लगते हैं…!!
तुम सी मोहब्बत तो अब होनें से रही…पहले से हम बाकी रह जाएँ… वही काफ़ी होगा…!!
कोई किस्सा-ए-ग़म बताए… तो सुन लिया करो…दुनियाँ में सच्चे लोग… गिनती के बचे हैं…!!
रोज़ न आया करो ख़ाबों में इस क़दर…सबको भनक लग गयी है… कि कुछ तो बात है…!!
जो ज़ुबाँ पर है बात… वो सीधे कह देनीं चाहिए…घुमा फिरा कर की गई बातों का भी अंजाम वही होता है…!!
एक शाम शायरी नहीं पढ़ी हमनें…वो शाम अधूरी सी क़ैद है ज़हन में…!! 💔
नशे में हम हैं कि नहीं समझ नहीं आता…पी तो नहीं है… पर रास्ता समझ क्यों नहीं आता…!! 🤔🤔🤔🤔
Believe Sad Shayari
कुछ फ़ैसले वाक़ई बहुत चुभते हैं देर तक…मसअला ये है कि अंजाम जानते हुए भी कुछ काम करनें होते हैं…!! 😢😢
तेरे फ़ैसलों पर मैं कभी नाराज़ गर रहा…ये नई शुरुआत है गर… तो माफ़ी माँगता हूँ अब…!!
भ्रम के सहारे काटी थी खुशहाल जिंदगी अबतक…ये एकाएक दुनियाँ को सच्चाई दिखानें की ज़ुरूरत क्या थी…!!
एक वही बात जो हर बार कही जाती है…एक वही हादसा जो हर बार नहीं टल पाता…!!
एक तो अंजाम से डरना है…ऊपर से काम भी वही करना है…ऐ ख़ुदा क्या ये सफ़र की आदत है…निकल के घर से घर ही को याद करना है…!!
कुछ देर हो गई तो वो नाराज़ हो गया…शायद ख़ुदा इस बात का जवाब माँगे उससे…!! 🤔🤔🤔🤔
मैनें हर दफ़ा तेरा ही नाम लिया महफ़िल में…जितनीं भी दफ़ा बात… सुकून की होती थी…!! ❤️❤️❤️❤️
हक तुमपर नहीं जताया तो चलो ठीक है…हमें मालूम है कि उछल कर चाँदनीं नहीं छूई जाती…!!💐
हर तरफ़ चल पड़ी बातचीत हमारे इश्क़ की…बस हमें लगता था कि… कोई जानता नहीं…!!
जानते पहचानते लोग किसी काम के नहीं निकले…अंजान लोगों ने उम्मीद से ज्यादा मदद की… !!
Sad Shayari For Family in Hindi
गहरे रंग नहीं जँचते मुझे अब…बेरंग सफ़ेद में ही सुकून रहनें लगा है…!!
इबादत में यक़ीनन कोई कमीं रह गयी होगी…वरना तो ख़ुदा शायद… अच्छे लोगों की मान लेता है…!!
जो साथ छोड़ गए उनके लिए क्या रोना…तक़लीफ़ उनसे जियादा हुई जो साथ रहकर साथ नहीं थे…!!
उनकी आदत है रो देना…मैं माहिर हो रहा हूँ उन्हें संभालने में आज़कल…!!
बुरा नहीं कहीं बस जाना…बस दिल के घाव निकल जाएँ तो सुकूँ रहता है…!!
मेरे मयार में वो तलवार अब रही ही नहीं…जो काट सकनें के क़ाबिल थे बुरे लमहों को…!!
कोई कहे कि सुनों इश्क़ करके देख लो…तो कह देना कि एक दीवानें को देखकर के हिम्मत नहीं होती…!!
तुमसे बात हुई होती तो दिन बेहतर होता…आज जैसे कुछ खाली खाली सा हाल है… मन का…!!
Sad Shayari Papa Ke Liye
मैं फ़िर से भटक गया हूँ इस अनजान शहर में…तुम मुझे अपना गर समझो… तो याद कर लेना…!!
जो हुस्न देखकर… उसे पाना चाहते हैं…वो भी ख़ुद को आशिक़ बताना चाहते हैं…!!
उड़ गए जो पंछी उनके लिए क्या तरसना साहिब…जो लोग अपनें आँगन के ना हुए… उनसे दोस्ती कैसी…!!
मैं मानता ही नहीं खुशहाल शहरों का किस्सा…मुर्दों की ज़िंदगी है… सुकूँ कैसे मिलेगा…!!
जो कहते हैं उन्हें याद नहीं आती घर की…हमसे दूर रहें… हमारी बन नहीं पाएगी उनसे…!!
मत लौटना मेरी बस्ती में अब तुम…हमनें सीख लिया है वो इल्म जिसे सब्र कहते हैं…!!
उनकी आदत से हमें भला पेरशानी क्या होती…वो खफ़ा रहते हैं कि हम क्या सोचेंगे… !!
खेलते रहे होगे वो… पहले भी शीशों से… लेकिन…हम वो आईना नहीं जो हर किसी से तोड़ दिए जाएं…!!
मन तो करता है कभी कभार की रूठ जाएँ हम भी…मस-अला ये है कि ख़ुद से ही मान जाना पड़ेगा…!!
Couple Sad Shayari
जब बुरी होती थी उनकी बात तो हम टोक देते थे…अब वो अपना समझते नहीं… परायों को टोकें क्या…!!
मरीज़ हक़ से माँगे तो ख़ुदा मिल जाए…भरोसा कहाँ है लोगों को अपनीं दुआओं पर…!!
तुम तो मुझे रोकनें में नाक़ामयाब हो गए…ऐ दुनियाँ वालों… कोई और बहाना ढूंढ़ो…!!
तब तो ठहर जाना मेरी दुनियाँ में आज…सुना है मेरे शहर में आनें वाले हो तुम…!!
लफ़्ज़ों से दुःख गया जो दिल तो नाज़ुक हो अभी तुम…इस जहाँ में ऐसे लोग हैं जो तुम्हें जीनें नहीं देंगे…!!
कहीं तो छिपकर बैठ गया है उनकी यादों का संदूक…हर रात मेरे ज़हन से आवाज़ देकर जगा देता है हमें…!!
शक़ है हमें अपनें ऊपर यारों…जिंदा होनें के लक्षण कुछ दिखाई तो नहीं देते…!!
Zindagi Sad Shayari 2 Line
अब हमें महफ़िलों में बुलाया तक नहीं जाता…वो कहते हैं जिसका अपना इश्क़ मुक़म्मल न हो सका उससे वास्ता क्या…!!
जब रोते देखा मैनें किसी अपनें को…समझ आया कि मेरे न होनें से फर्क़ पड़ता है…!!
क्या ख़याल करें उसकी आदतों का हम…जब उसे ख़याल नहीं कि हम जिंदा भी हैं की नहीं…!!
कहीं और हो रहा है रिश्ता उनका…हम जिएं या ना… कोई समझाएगा…?
Sad Shayari Family
हम जो छूटे तो बिखरते चले गए…वो जिसनें छोड़ा… उसे फर्क़ नहीं पड़ता…!!
हक़ है हमें रोनें का…क्या ख़ुदा ये हक़ भी हमसे छीन लेगा अब…!!
इतना कहाँ आसान है सब कुछ भुला पाना…ज़ख़्म भर गए … निसान बहुत बाक़ी हैं…!!